खेती में गोबर और केला का चमत्कार: 5 गुणा पैदावार बढ़ेगा ,घर पर बनाएं।


दोस्तों यहां लोग खेती से मुख्य उत्पादन के लिए तरह-तरह के रासायनिक खाद का प्रयोग करते हैं। रसायन के उपयोग से उत्पादन तो बहुत होता है लेकिन मिट्टी की संरचना में शक्ति कम होती है। यानी मिट्टी का स्वरूप बहुत बढ़ गया है और खेत बंजर हो रहा है। इसलिए आज हम यहां हाई पॉवर बायोलॉजिकल के खाद्य पदार्थ बनाने की विधि के बारे में बता रहे हैं जिसे घर पर तैयार करके आप किसी भी फसल का उत्पादन 5 गुना अधिक प्राप्त कर सकते हैं। कीड़ा फल की हो या सब्जी की सभी प्रकार की खेती में यह जैविक खाद जादू की तरह काम करता है मित्र मिट्टी का एफ ए वृद्धि नहीं देता है। आइए जानते हैं हाई पावर बायोलॉजिकल खाद बनाने के कुछ अनोखे तरीके।
सामग्री: 
1, 5 गोबर गाय का गोबर प्रति नट 
2, 5 किलो ग्राम गोमूत्र प्रति सेकंड 
3, 1 रकबा गुड प्रति रेक 
4, एक पका हुआ पका हुआ केला प्रति नट 
5, 200 लीटर का ड्रम 
6, एक लकड़ी का डंडा 
हाई पावर खाद बनाने की विधि: 
200 लीटर पानी में 100 लीटर पानी डाला जाता है। यदि आप एक एकड़ जमीन के लिए यह खाद बनाना चाहते हैं तो ऊपर दी गई सामग्री यानी 5 बैरल गाय का गबर
 डॉक्टर में दस्तावेज़ अच्छी तरह से बनाए गए। अब इसमें 5 लीटर गोमूत्र स्टॉल फिर अच्छी तरह से स्टॉल। अगर आपको लक्विड गुरु मिल जाए तो उसे बताएं या साक्ष्य गुण भी मिल सकते हैं। अब एक क़ीमती केले को उसके छिलके का खूबसूरत अच्छी तरह का पेस्ट और ड्रम में मिला दिया गया। इन सभी सामग्रियों को लकड़ी के निशान के रूप में अच्छी तरह से मिला दे। अब इस डॉक्टर को 2 दिन तक किसी भी कपड़े से ढक कर रख दें। प्रतिदिन दो बार इसे डाक के मित्र के रूप में अच्छी तरह से सहेजें। जब पेस्ट तैयार हो जाए तो उसे अच्छे तरह के कपड़े से अच्छा कर 200 लीटर पानी में मिला दे। अब आपका यह जैविक खाद्य जहाज़ तैयार हो गया है। 
प्रयोग विधि: 
अब इस जैविक खाद को किसी भी डिप के माध्यम से खेत में डालें। आप चाहें तो इसे जैविक खाद से एक से अधिक बार अपने खेत में डाल सकते हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि इस जैविक खाद्य पदार्थ को आप स्टोर नहीं कर सकते। एक महीने के अंदर ही आपको इस खाद को अपने लाइसेंस में रखना होगा।
खेत में जैविक खाद उत्पादन का लाभ;
इसे जैविक खाद का अगला लाभ है।
1, इसके प्रयोग से उपचार के फल का आकार बड़ा होना प्रतीत होता है।
2, फलों का स्वाद अच्छा होता है।
3, खेत की विविधता शक्ति बढ़ती है, अर्थात पी एच नियंत्रण रहता है।
4, जैविक खाद के प्रयोग से पांच गुना अधिक वृद्धि होती है। अनजाने में बनी रहती है। 
5, जैविक खाद का प्रयोग आप किसी भी फसल में कर सकते हैं। सब्जी या फल या मिट्टी या सरसों के पौधे में भी इस जैविक खाद का प्रयोग किया जा सकता है।

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