आँवले के उल्लेखित शास्त्रों में अनेक नाम बताए गए हैं, इस सर्वत्र भंडारी के होने के कारण अमृत फल, अमृत या पंचरस तथा धात्री फल तथा अनेक नाम प्रचलित हैं। जैसे धात्री शब्द का अर्थ है धाय मां से जुड़ता है। इसी नाम से ही इसी गुण का पता लगाया जा सकता है। कत्था स्वाद में कट्टा और कसाला क्यों होता है, मगर इसके गुण धर्म बड़े होते हैं।
आँवले का गुण
आँवले में कई गुण पाए जाते हैं।
रोग सुधार शक्ति
अवल में रोग निवारण की शक्ति पाई जाती है। इस नियम से मनुष्य के शरीर में रोग से लड़ने की शक्ति मिलती है जिसके कारण वह बहुत कम बीमार होता है।
शक
इसे खाने से मनुष्य के शरीर की कमजोरी दूर हो जाती है। अगर इसका सेवन नियमित रूप से किया जाए।
कांति
आवेले का सेवन रोजाना करने से त्वचा में कांति बनी रहती है अर्थात त्वचा चमकदार हो जाती है।
युवान
अवल में इतनी शक्ति है कि अगर इसका सेवन भी किया जाए तो वह जवान हो सकती है।
स्मरण शक्ति
आवाले का नियमित रूप से सेवन करने से स्मरण शक्ति तेज हो जाती है। अवल में विटामिन सी की मात्रा अधिक पायी जाती है।
अवल थ्री गुण से उत्तम फल तो है ही, धर्म गुण में भी श्रेष्ठ माना जाता है। इसी कारण आवल के वृक्ष की कार्तिक मास में पूजा भी होती है। आवेले का फल ही नहीं, इसका सेवन करना बड़ा माना जाता है। आयुर्वेद में हॉरर और अवल को बहुत अधिक नाम मिला है। इसे आँवले के पेड़ की छाया भी बड़ी प्रतिद्वंद्वियों की संज्ञा देती है। आयु वृद्धि वाला रेस्तरां फल कहां है। अवल की पवित्रता संबंधी भी प्राचीन ग्रंथों में दर्शन है। इन सभी को ध्यान में रखते हुए इस फल को माता के समान रक्षा करना बताया गया है। अचार अचार, मुरब्बा ही नहीं प्लास्टिक की सब्जी, औषधि के रूप में भी खाया जाता है। इससे भी मानव शरीर को औषधीय लाभ प्राप्त होते हैं।
आंवले के औषधीय गुण
1 आवाज खुलती है
अवल के चरण की सुखी प्रेमी लेने से आवाज खुलती है। सुख अवल को रात को सस्ते में छोड़कर, इसके पानी से सुबह नहाने से अत्यधिक भारी लाभ होता है।
2, गठिया रोग में दृष्टि
20 ग्राम संरचना 20 ग्राम गुड़ को 400 ग्राम पानी में ठंडा होने पर पीने से गठिया रोग में हितकर बताया गया है।
3, उल्टी को लौटना है
आवेले का उपयोग दिल की घबराहट और उल्टी को बंद कर देता है।
4, अफ़रा और बस्ती में
आवेले का उपयोग अपरा और भोज्य पदार्थों से करना बहुत गुणकारी है, क्योंकि यह बैठ और शरीर की गर्मी को शांत करता है।
मोटापा घटता है
आवेले का उपयोग मानव के शरीर में जमा चर्बी को करने के लिए किया जाता है।
आँखों की रोशनी बढ़ती है।
आवेले के प्रयोग से प्रतिदिन आंखों की रोशनी बढ़ती है।
बालों के लिए पागल
नियमित रूप से इस्तेमाल किये जाने वाले बालों में चमक बनी रहती है और बाल कटवाना भी बंद हो जाता है। अवल को रात में पानी में भिगोकर रखना और सुबह बालों को धोना से बालों पर चमकना और दागना बंद हो जाता है। जिसे भूख कम लगती हो उसे लगातार देने वाला से भूख लगती है।
अवल से बने चमनपरास का नित्य प्रति इस्तेमाल करने से शरीर सेहतमंद और तंदुरुस्त रहता है तथा कई बीमारियों से बचाव होता है।
सर्दी जुकाम तथा दमा के रोगियों के लिए भी वाला बहुत उपयोगी माना गया है।
कच्चा आंवला खाना के लाभ,
हर रोज ताज वाला चबा-चबाकर खाने से दांतों के सभी दुख दूर होते हैं।
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